कंप्यूटर में हम विभिन्न तरीके से डाटा को स्टोर(store) कर सकते हैं, जैसे कि डॉक्यूमेंट(Document) के रूप में , वर्कशीट(Worksheet) के रूप में या फिर प्रोग्राम फाइल्स(program files) के रूप में और जब हम रो(row) और कॉलम(column) के रूप में डाटा को स्टोर करते हैं तो उसे टेबुलार डाटा(tabular data) कहा जाता है । एक या एक से अधिक टेबल को एक फाइल के रूप में स्टोर करते है तो वह डाटाबेस(database) कहलाता है
इस तरह से डेटाबेस एक सूचना का समूह होता है जिसे इस तरह से गठितकिया जाता है कि उसमें जितने भी सूचना उपस्थित रहते हैं, उन सभी को आसानीसे बदला जा सके, जब दरकार हो सूचना को आसानी से इस्तेमाल किया जा सके और उसकाप्रबंध आसानी से किया जा सके।
डेटाबेस को समझने से पहले यह जानना जरुरी है की डेटा क्या होता है। डेटा किसी भी information का एक छोटा सा हिस्सा होता है। यह किसी व्यक्ति, वस्तु या स्थान जुड़ा से हुआ कोई तथ्य (fact) हो सकता है।
जैसे: आपका नाम, आपकी उम्र, ऊंचाई, वजन, मोबाइल नंबर आदि आपसे जुड़े हुए कुछ डेटा हैं। डेटा अलग-अलग कई प्रकार के फॉर्मेट में हो सकते हैं जैसे टेक्स्ट, नंबर, इमेज, फाइल आदि। जब इन्हीं डेटा को किसी विशेष फॉर्म में प्रोसेस किया जाता है तो वह इनफार्मेशन बन जाता है।
Database में टेबल निम्नलिखित चीजों को लेकर बनाया जाता है :-
एक डेटाबेस में एक से अधिक टेबल होते हैं. तो जो टेबल के नाम होते हैं उसे Entity कहा जाता है और Attribute, Information) का एक टुकड़ा होता है या फिर टेबल में जो Column रहते हैं उसके नाम को Attribute कहा जाता है। Attribute मे जो एक Data रखते है उन्हे Field कहते है। Field के complete set को Record बोला जाता है।
डेटाबेस को बनाने(creating) और डेटाबेस को संभालने(managing) के लिएएकsoftware का इस्तेमाल किया जाता है, उसे DBMS (Database Management System) कहते है । मतलब की DBMS वहसॉफ्टवेर है जिससे हम एक नया Database को बना सकते है । DBMS users और प्रोग्रामर(programmers) को एक व्यवस्थित तरीके के साथ डाटा कोबनाने(create) , संभालने (manage) और update करने की सुविधा प्रदान करता है ।
कुछ प्रमुख Database Management System के नाम है :-